सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
थांदला। कहते हैं मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती है। मेहनत का परिणाम हमेशा सुकून भरा होता इसी बात को चरितार्थ किया है थांदला की होनहार छात्रा जूही मनोज नागर ने। जूही ने हाल ही में अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई समाप्त की है। और यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में डिग्री प्राप्त की है। यह पल जहां जूही के परिवार के लिए खुशी का पल था। वहीं पूरे नगर के लिए गौरवान्वित करने की बात भी थी।
उल्लेखनीय है कि जूही मनोज नागर मध्यवर्गीय परिवार से है। विद्यार्थी जीवन की शुरुआत से ही जूही होनहार छात्रा रही है। जूही कक्षा यूकेजी से लेकर कक्षा 12 वीं तक अपनी कक्षा में हर वर्ष प्रथम आती रही। मेधावी छात्रा
झाबुआ हिट से चर्चा करते हुए जूही ने बताया कि उनके दादा कृष्णकांत नागर आयुर्वेदिक दवाई के जानकार थे। उनका सपना था कि जूही बड़ी होकर रजिस्टर्ड चिकित्सक बने। जूही ने बताया कि दादाजी आज इस दुनिया में नहीं है। लेकिन निश्चित ही उनके इस सपने को पूरा कर संतुष्टि मिल रही है।