सिद्धार्थ कांकरिया @ थांदला
थांदला। पेसा एक्ट के तहत आयोजित विशेष ग्राम सभा में पारित प्रस्ताव पर अपने हस्ताक्षर नहीं करने तथा गांव में अवैधानिक, भ्रामक गतिविधियों को बढ़ावा देने के संबंध में एक ज्ञापन ग्राम पंचायत झोंसली के रहवासियों द्वारा ग्राम के सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक के विरुद्ध दिया गया है।
ज्ञापन देते हुए गांववासियों ने मांग की है कि गांव के सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक द्वारा क्षेत्र के भूरा पिता गौरसिंह भूरिया को उसके निवास पर दुखी, बीमारियों के लिए प्रार्थना करने और उन्हें ठीक करने हेतु अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया गया है। यह प्रमाण पत्र पंचायत के लेटर पेड़ पर जारी किया गया है। इस प्रकार के प्रमाण पत्र समाज में अंधविश्वास और भ्रांतियां फैला रहे हैं। 4 अक्टूबर को ही भूरा भूरिया के घर कथित रूप से हुई प्रार्थना के नाम पर एक महिला की मौत भी हो गई थी। बावजूद उसके भूरा को अनापत्ति प्रमाण पत्र दिया गया है।
भूरा को दी गई अनापत्ति को निरस्त करने को लेकर ग्रामवासियों द्वारा एक प्रस्ताव भी तैयार किया गया। लेकिन इस प्रस्ताव पर सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक ने हस्ताक्षर नहीं किए। पूरे मामले को लेकर गांववासियों ने शुक्रवार को ज्ञापन एसडीएम तरुण जैन को सौंपा है। जिसमें मांग की है कि सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक द्वारा ग्राम सभा में अवैधानिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। अतः उन्हें पद से पृथक किया जाए।